करना अपना कर्म तू ईमानदारी से, पढ़ाना तू बिना किसी रेज़गारी के, अपने इस नेक संकल्प के करना अपना कर्म तू ईमानदारी से, पढ़ाना तू बिना किसी रेज़गारी के, अपने इस नेक ...
मौज-मस्ती में आख़िर खो गया क्यों जो बशर करने चमन की सैर निकला मौज-मस्ती में आख़िर खो गया क्यों जो बशर करने चमन की सैर निकला
नये सफर का नया कदम है, ख्याल उनका उन्हीं का गम है। नये सफर का नया कदम है, ख्याल उनका उन्हीं का गम है।
तन्हा दिल में जज़्बातों को क्या जानें। बस्ती आबाद होने को बशर चाहिए। तन्हा दिल में जज़्बातों को क्या जानें। बस्ती आबाद होने को बशर चाहिए।
इश्क में कौन पूछता कौन सा धर्म है। ये तो बस उस ख़ुदा का रहम कर्म है।। इश्क में कौन पूछता कौन सा धर्म है। ये तो बस उस ख़ुदा का रहम कर्म है।।
होता सभी के पास है.. दिमाग वही जो वकत पे काम आए! होता सभी के पास है.. दिमाग वही जो वकत पे काम आए!